-->

Alpha Trends / Travel नयी खोज़ / Auli Unique Heaven Of Snowy Litigants

Headline

Auli Unique Heaven Of Snowy Litigants

उत्तराखंड के चमोली जिले में बसा औली, "हिमालय की रानी" के नाम से प्रसिद्ध है। इसे "औली बुग्याल" भी कहा जाता है, जिसका गढ़वाली भाषा में अर्थ है घास से भरा मैदान। यह स्थान सर्दियों में बर्फ के खेलों और गर्मियों में शांत प्राकृतिक वातावरण के लिए हर मौसम में पर्यटकों का ध्यान खींचता है।

Author
S B Maurya

    Follow Us

उत्तराखंड के चमोली जिले में बसा औली, "हिमालय की रानी" के नाम से प्रसिद्ध है। इसे "औली बुग्याल" भी कहा जाता है, जिसका गढ़वाली भाषा में अर्थ है घास से भरा मैदान। यह स्थान सर्दियों में बर्फ के खेलों और गर्मियों में शांत प्राकृतिक वातावरण के लिए हर मौसम में पर्यटकों का ध्यान खींचता है।

 

औली कैसे पहुँचें?

1. हवाई यात्रा:

देहरादून स्थित जॉली ग्रांट एयरपोर्ट, औली का निकटतम हवाई अड्डा है। यहाँ से औली तक पहुँचने के लिए 278 किलोमीटर की सड़क यात्रा करनी पड़ती है।

2. ट्रेन से यात्रा:

निकटतम रेलवे स्टेशन हरिद्वार है, जो औली से लगभग 288 किलोमीटर दूर है। वहाँ से टैक्सी या बस के माध्यम से औली पहुँचा जा सकता है।

3. सड़क मार्ग:

दिल्ली, हरिद्वार, और ऋषिकेश से औली तक के लिए सीधी बस और टैक्सी सेवा उपलब्ध है। हरिद्वार से औली तक का सफर लगभग 10 घंटे का है।

 

औली घूमने का सही समय

  • सर्दियों में (दिसंबर-मार्च):

           इस दौरान औली बर्फ की सफेद चादर से ढका होता है, जो इसे स्कीइंग के लिए आदर्श बनाता है।

  • गर्मियों में (अप्रैल-जून):

           इस मौसम में हरे-भरे बुग्याल और पहाड़ी नजारे देखने का आनंद मिलता है। यह समय ट्रेकिंग और प्राकृतिक दृश्यों का लुत्फ उठाने के लिए उपयुक्त है।

 

औली में करने योग्य गतिविधियाँ

1. स्कीइंग का रोमांच:

औली भारत का सबसे प्रसिद्ध स्कीइंग स्थल है। गढ़वाल मंडल विकास निगम (GMVN) हर साल जनवरी से मार्च के बीच स्कीइंग प्रशिक्षण आयोजित करता है।

 

2. केबल कार की सवारी:

जोशीमठ से औली तक 4 किमी लंबी केबल कार की सवारी से हिमालय के अद्भुत नज़ारे देखे जा सकते हैं।

 

3. गुरसों बुग्याल ट्रेकिंग:

औली से 3 किमी दूर यह हरे-भरे बुग्याल ट्रेकिंग प्रेमियों के लिए आदर्श है।

 

4. नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान की यात्रा:

यह स्थल पर्यावरण प्रेमियों और फोटोग्राफरों के लिए एक स्वर्ग जैसा है।

 

5. धार्मिक स्थल:

विष्णुप्रयाग संगम और जोशीमठ के प्राचीन मंदिरों का दर्शन आध्यात्मिक अनुभव देता है।

 

औली में ठहरने की सुविधाएँ

औली में कई रिसॉर्ट्स, होटल और गेस्ट हाउस हैं। जीएमवीएन गेस्ट हाउस किफायती विकल्प प्रदान करता है। यदि आप लक्जरी अनुभव चाहते हैं तो यहाँ डीलक्स रिसॉर्ट भी उपलब्ध हैं।

 

औली की विशेषताये

औली की सबसे बड़ी विशेषता इसकी बर्फीली ढलानें हैं, जहाँ विश्व स्तरीय स्कीइंग का अनुभव किया जा सकता है। साथ ही, यहाँ से नंदा देवी, त्रिशूल और कामेट पर्वत श्रृंखलाओं का भव्य दृश्य देखा जा सकता है।

 

औली जाने से पहले क्या तैयारी करें?

1. आवश्यक सामान:

गर्म कपड़े: जैकेट, दस्ताने, टोपी।

स्कीइंग उपकरण: चश्मा, जूते।

ट्रेकिंग के लिए आरामदायक जूते।


2. सावधानियाँ:

त्वचा की देखभाल के लिए एसपीएफ क्रीम का उपयोग करें।

अधिक पानी और जूस पीकर खुद को हाइड्रेट रखें।

शराब और कैफीन का सेवन न करें।

 

औली में शुल्क और ट्रेनिंग

स्कीइंग प्रशिक्षण: ₹4,710 (7 दिन) और ₹9,440 (14 दिन)।

केबल कार सवारी: ₹1,000 प्रति व्यक्ति।

स्कीइंग उपकरण किराए पर लेने के लिए ₹500 प्रतिदिन।

 

औली के आसपास के दर्शनीय स्थल

रुद्रप्रयाग: यहाँ अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों का संगम देखने को मिलता है।

जोशीमठ: प्राचीन मंदिर और आध्यात्मिक स्थल।

चीन बॉर्डर पास: रोमांचकारी यात्रा अनुभव।

 

औली से जुड़े सामान्य प्रश्न

Q1: औली में बर्फ कब तक रहती है?

Ans : औली में बर्फबारी मुख्यतः दिसंबर से मार्च तक होती है।

 

Q2: औली में स्कीइंग के लिए किस मौसम में जाना चाहिए?

Ans :  जनवरी से मार्च का समय स्कीइंग के लिए सबसे उपयुक्त है।

 

Q3: औली में केबल कार की यात्रा कितनी लंबी है?

Ans : यह 4 किमी लंबी है और लगभग 20 मिनट का समय लेती है।

 

Q4: औली में कौन-कौन से ट्रेक प्रसिद्ध हैं?

Ans :  गुरसों बुग्याल और कुआरी पास ट्रेक यहाँ के सबसे लोकप्रिय ट्रेक हैं।

 

Q5: औली में ठंड से बचने के लिए क्या तैयारी करें?

Ans :  गर्म कपड़े, ऊनी दस्ताने, और उच्च गुणवत्ता वाले जूते साथ में रखें।

 

Exit Mobile Version