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Tal Chhapar काले हिरण और पक्षी प्रेमियों का स्वर्ग
राजस्थान के चुरू जिले में स्थित ताल छापर अभयारण्य अपने काले हिरण और पक्षियों की प्रजातियों के लिए प्रसिद्ध है। यह अभयारण्य थार रेगिस्तान से घिरा हुआ है और यहां की लंबी घास और तालाब इसकी प्राकृतिक सुंदरता को बढ़ाते हैं। जयपुर से 210 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह अभयारण्य वन्यजीव और प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग के समान है।
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Updated : December 27, 2024 18:12 IST
राजस्थान के चुरू जिले में स्थित ताल छापर अभयारण्य अपने काले हिरण और पक्षियों की प्रजातियों के लिए प्रसिद्ध है। यह अभयारण्य थार रेगिस्तान से घिरा हुआ है और यहां की लंबी घास और तालाब इसकी प्राकृतिक सुंदरता को बढ़ाते हैं। जयपुर से 210 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह अभयारण्य वन्यजीव और प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग के समान है।
ताल छापर की विशेषताएं
1. काले हिरण का घर
ताल छापर को ब्लैकबक मृग अभयारण्य के रूप में जाना जाता है। यहां 1000 से भी अधिक काले हिरण देखे जा सकते हैं। ये मृग हरे-भरे मैदानों में खेलते और दौड़ते हुए अभयारण्य की शोभा बढ़ाते हैं।
2. प्रवासी पक्षियों का ठिकाना
यहां लगभग 122 प्रजातियों के पक्षी पाए जाते हैं, जिनमें से कई प्रवासी पक्षी यूरोप और मध्य एशिया से यहां आते हैं। सर्दियों में ताल छापर में पक्षियों की चहचहाहट और उनकी सुंदरता पर्यटकों को आकर्षित करती है।
3. प्राकृतिक सौंदर्य और सफारी का अनुभव
ताल छापर में सफारी का अनुभव बेहद खास है। यहां हिरण, मोर, चील, और अन्य पक्षियों के साथ-साथ सरीसृप जैसे सांप और छिपकली भी देखे जा सकते हैं। घास के मैदान और तालाब यहां की सुंदरता को अद्वितीय बनाते हैं।
ताल छापर में देखने योग्य स्थान
1. हरे-भरे मैदान और तालाब
यहां की घास और छोटे तालाब न केवल वन्यजीवों को पानी का स्रोत प्रदान करते हैं, बल्कि पर्यटकों को फोटोग्राफी का एक आदर्श अवसर भी देते हैं।
2. पक्षी दर्शन केंद्र
यह केंद्र पर्यटकों को प्रवासी और स्थायी पक्षियों को करीब से देखने का मौका देता है। यहां पक्षी प्रेमी शानदार फोटोग्राफी कर सकते हैं।
ताल छापर की यात्रा की योजना
1. यहां कैसे पहुंचें?
- सड़क मार्ग: ताल छापर जयपुर से 210 किलोमीटर, चुरू से 85 किलोमीटर, और बीकानेर से 132 किलोमीटर दूर है।
- रेल मार्ग: सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन छप्पर है, जो उत्तर-पश्चिम रेलवे की लाइन पर स्थित है।
- हवाई मार्ग: निकटतम हवाई अड्डा जयपुर है, जो 215 किलोमीटर की दूरी पर है।
2. यात्रा का सही समय
- अक्टूबर से मार्च का समय यहां घूमने के लिए सबसे उपयुक्त है। सर्दियों के दौरान यहां प्रवासी पक्षियों की संख्या बढ़ जाती है।
3. यात्रा के टिप्स
- अपने साथ बाइनोकुलर और कैमरा अवश्य लें।
- हल्के और आरामदायक कपड़े पहनें।
- पानी और स्नैक्स साथ रखें।
ताल छापर क्यों है खास?
- काले हिरणों और पक्षियों की विविधता इसे अद्वितीय बनाती है।
- फोटोग्राफी के लिए यह एक आदर्श स्थान है।
- थार रेगिस्तान के पास स्थित होने के बावजूद यह हरे-भरे मैदानों और जल स्रोतों से भरा हुआ है।
ताल छापर में ठहरने की सुविधा
ताल छापर के पास कई गेस्ट हाउस और होम स्टे उपलब्ध हैं। यहां पर्यटक आराम से रहकर प्रकृति और वन्यजीवों का आनंद ले सकते हैं।
FAQ:
Q.1. Tal Chhapar Wildlife Sanctuary kaha hai?
Ans:Tal Chhapar Rajasthan ke Churu district mein sthit hai.
Q.2. Tal Chhapar me kaunse pramukh prani milte hain?
Ans: Yahan kaale hiran (blackbuck), moor, aur anek pakshiyon ki prajatiyan milti hain.
Q.3. Tal Chhapar visit karne ka best time kya hai?
Ans: October se March ka samay visit ke liye sabse accha hai, jab migratory birds aate hain.
Q.4. Tal Chhapar ke pass stay facilities kaise hain?
Ans: Yahan guest houses aur home stays ki achhi suvidha uplabdh hai.
Q.5. Tal Chhapar wildlife sanctuary me kya activities hain?
Ans: Wildlife safari, photography aur bird watching yahan ki major activities hain.
Q.6. Tal Chhapar me photography ke liye kya special hai?
Ans: Hiran aur migratory birds ke natural habitat mein photographs lena yahan ka special attraction hai.