Alpha Trends / Travel नयी खोज़ / मैसूर इतिहास, संस्कृति और पर्यटन का अद्भुत संगम

Headline

Headline मैसूर इतिहास, संस्कृति और पर्यटन का अद्भुत संगम

मैसूर का नाम सुनते ही भव्य महलों और राजसी इतिहास की छवि सामने आ जाती है। यह शहर विजयनगर साम्राज्य से लेकर वाडियार वंश तक... Read More

मैसूर का नाम सुनते ही भव्य महलों और राजसी इतिहास की छवि सामने आ जाती है। यह शहर विजयनगर साम्राज्य से लेकर वाडियार वंश तक कई राजवंशों का साक्षी रहा है। यहां के किलों और महलों की हर दीवार पर इतिहास खुद अंकित है।

Share on

    Follow Us

s b maurya Author :   S B Maurya

मैसूर का नाम सुनते ही भव्य महलों और राजसी इतिहास की छवि सामने आ जाती है। यह शहर विजयनगर साम्राज्य से लेकर वाडियार वंश तक कई राजवंशों का साक्षी रहा है। यहां के किलों और महलों की हर दीवार पर इतिहास खुद अंकित है।

 

मैसूर पैलेस

 भव्यता का जीता-जागता उदाहरण

मैसूर पैलेस इस शहर की शान है। इंडो-सारसेनिक वास्तुकला में बना यह महल रात में जब रोशनी से जगमगाता है, तो एक सपनों की दुनिया जैसा प्रतीत होता है। पर्यटक यहां के शानदार आंतरिक सजावट, रंगीन कांच की खिड़कियां और अद्भुत चित्रकला को देखकर मंत्रमुग्ध हो जाते हैं।

 

मैसूर दशहरा

भव्यता का पर्व

अगर आप अक्टूबर में मैसूर आते हैं, तो दशहरे का नजारा देखना न भूलें। यह पर्व यहां पूरे शाही अंदाज में मनाया जाता है, जिसमें सजे-धजे हाथियों की झांकी, पारंपरिक नृत्य, और भव्य जुलूस देखने को मिलता है।

 

चामुंडी हिल्स

अध्यात्म और प्रकृति का संगम

शहर से कुछ ही किलोमीटर दूर चामुंडी हिल्स स्थित हैं, जहां देवी चामुंडेश्वरी का मंदिर भक्तों की आस्था का केंद्र है। यहां से पूरे मैसूर शहर का मनोरम दृश्य देखने को मिलता है।

 

बृंदावन गार्डन

प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग

कृष्णराज सागर डैम के पास स्थित बृंदावन गार्डन अपनी सुन्दर फूलों की क्यारियों, संगीतमय फव्वारों और हरी-भरी घास के लिए प्रसिद्ध है। शाम के समय यहां का वातावरण और भी मनमोहक हो जाता है।

 

 मैसूर ज़ू

वन्यजीव प्रेमियों के लिए स्वर्ग

मैसूर ज़ू, जिसे श्री चामराजेंद्र जूलॉजिकल गार्डन भी कहा जाता है, भारत के सबसे पुराने और अच्छे ज़ू में से एक है। यहां पर बाघ, शेर, हाथी, और दुर्लभ सफेद मोर जैसे कई जानवर देखने को मिलते हैं।

 

चंदन और रेशम

मैसूर की खासियत

मैसूर को चंदन की लकड़ी और रेशमी साड़ियों के लिए भी जाना जाता है। यहां के चंदन के उत्पाद और सिल्क साड़ियां पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं।

 

लोकल फ़ूड

 स्वाद का अनूठा अनुभव

मैसूर में आने के बाद यहां का 'मैसूर पाक' जरूर चखें, जो एक प्रसिद्ध मिठाई है। इसके अलावा इडली, डोसा और बिसिबेले भात भी बेहद पसंद किए जाते हैं।

 

कैसे पहुंचे मैसूर?

हवाई मार्ग

  • नजदीकी हवाई अड्डा बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट है, जहां से मैसूर लगभग 170 किमी दूर है।

 

रेल मार्ग

  •  मैसूर रेलवे स्टेशन देश के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।

 

सड़क मार्ग

  •  बेंगलुरु से मैसूर तक शानदार हाईवे बना हुआ है, जिससे बस या टैक्सी द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।

 

कब जाएं मैसूर?

अक्टूबर से मार्च तक का समय मैसूर घूमने के लिए सबसे बेहतरीन माना जाता है, क्योंकि इस दौरान मौसम सुहावना रहता है।

 

FAQ 

 

Q.1. Mysore ka best tourist place kaunsa hai?
Ans: मैसूर पैलेस, चामुंडी हिल्स और बृंदावन गार्डन सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं।

 

Q.2. Mysore jane ka best time kya hai?
Ans: अक्टूबर से मार्च के बीच जाना सबसे अच्छा माना जाता है।

 

Q.3. Mysore me shopping ke liye best place kaunsa hai?
Ans: देवराज मार्केट और कावेरी एंपोरियम चंदन और रेशम की खरीदारी के लिए बेहतरीन जगह हैं।

 

Q.4. Mysore ka famous food kya hai?
Ans: मैसूर पाक, बिसिबेले भात, इडली और डोसा यहां के प्रसिद्ध व्यंजन हैं।

 

Q.5. Mysore me rahne ke liye budget friendly hotels kaha milenge?
Ans: रेलवे स्टेशन के पास और लक्ष्मीपुरम इलाके में बजट फ्रेंडली होटल्स आसानी से मिल जाते हैं।

 

Q.6. Kya Mysore 2 din me achhe se ghooma ja sakta hai?
Ans: हाँ, दो दिन में मैसूर के प्रमुख पर्यटन स्थल देखे जा सकते हैं।

Leave a comment

0 Comments