धनतेरस के दिन दीपदान करने की परंपरा काफी लंबे समय से चली आ रही है। इसके पीछे की वजह पुराणों और शास्त्रों की कई कथाओं में बताई गई है।
दिवाली के त्योहार का हिंदू धर्म में विशेष महत्व होता है। इस 5 दिनों तक चलने वाले पर्व की शुरुआत धनतेरस से होती है। इस दिन लोग नए बर्तन खरीदने के साथ-साथ शाम के समय दीपदान भी करते हैं।
पौराणिक कथा के अनुसार, यमराज मे एक बार यमदूतों से पूछा कि तुम रोज हजारों लोगों के प्राण लेकर आते हो, उनमें से किसी पर तुम्हें दया नहीं आई। इसके जवाब में यमदूत ने कहा, मृत्यु लोक पर हेम नाम का राजकुमार था।
राजकुमार के जन्म पर ज्योतिषियों ने कहा कि बालक की विवाह के 4 दिन बाद ही मृत्यु हो जाएगी। ऐसे में राजा ने अपने बेटे के प्राण बचाने के लिए उसे गुफा में रखकर पाला, जहां पहुंचना मुश्किल था। लेकिन एक बार राजा हंस की पुत्री यमुना तट पर टहलते समय गुफा तक पहुंच गई।