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Harihargarh fort महाराष्ट्र का रोमांचक और खतरनाक ट्रेकिंग स्थल हरिहरगढ़ किला

महाराष्ट्र में कई ऐतिहासिक किले हैं जो अपने अद्वितीय सौंदर्य और रोमांच के लिए प्रसिद्ध हैं। इन्हीं में से एक है हरिहरगढ़ किला, जिसे हर्षगढ़ किले के नाम से भी जाना जाता है। इस किले तक पहुँचने का सफर जितना कठिन है, उतना ही अद्भुत भी है। आइए जानते हैं हरिहरगढ़ किले के इतिहास, खासियतों, और यहाँ पहुँचने के तरीकों के बारे में।

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surya maurya written by :   Surya Maurya

हरिहरगढ़ किला: एक रोमांचक अनुभव

हरिहरगढ़ किला नासिक जिले के इगतपुरी के पास स्थित है और यह एक ऊँचे पहाड़ की चोटी पर बना है। यह किला अपनी अनोखी संरचना और 90 डिग्री की सीधी चढ़ाई के लिए प्रसिद्ध है, जो इसे दुनिया के सबसे कठिन ट्रेकिंग स्थलों में शामिल करती है। यहाँ पहुँचते समय हर कदम पर रोमांच और खतरों का सामना करना पड़ता है, जिससे यह जगह एडवेंचर प्रेमियों के लिए आदर्श है।

 

इसे भी देखें : Jivdhan Fort: जीवधन किला ट्रेकिंग, इतिहास और अद्भुत दृश्यों का खज़ाना

 

किले की स्थिति और पहुँच

हरिहरगढ़ किला नासिक से लगभग 45 किलोमीटर, इगतपुरी से 48 किलोमीटर और कसारा से 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ की यात्रा निर्गुणपाड़ा गांव से शुरू होती है। इस गांव में होमस्टे और ढाबों की सुविधा उपलब्ध है।

 

किले का निर्माण और वास्तुकला

इस किले की संरचना प्रिज्म जैसी है। नीचे से यह चौकोर दिखाई देता है, जबकि इसकी एक तरफ 90 डिग्री और तीसरी साइड 75 डिग्री पर सीधी चढ़ाई है। किले पर पहुँचने के लिए पत्थर की 115 सीढ़ियाँ बनी हुई हैं, जिनकी चढ़ाई में साहसिक अनुभव होता है। किले के महादरवाजा से लेकर ऊपरी हिस्सों तक पहुँचने में कई जगह खड़ी चट्टान से होकर गुजरना पड़ता है।

 

धार्मिक स्थल और प्राकृतिक दृश्य

किले के शीर्ष पर हनुमान जी और शिव जी के मंदिर स्थित हैं। इनके पास एक साफ पानी का तालाब है। किले के इस हिस्से से आसपास की सुंदरता का अद्भुत नजारा देखने को मिलता है।

 

ट्रेकिंग के टिप्स और सावधानियाँ

 

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  1. ट्रेकिंग समय: यहाँ ट्रेकिंग के लिए अक्टूबर से फरवरी का समय सबसे उपयुक्त है। मॉनसून के दौरान ट्रेकिंग करने पर फिसलन की वजह से सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है।
  2. सुरक्षा: किले पर बंदरों की संख्या अधिक है, इसलिए खाने-पीने का सामान संभालकर रखना चाहिए।
  3. ट्रेकिंग का समय: किले की चढ़ाई और उतराई में कुल 8-10 घंटे का समय लगता है।
  4. कैसे पहुँचे: मुंबई से नासिक होते हुए निर्गुणपाड़ा गांव तक कैब से पहुँचा जा सकता है। किले की ट्रेकिंग एक दिन का समय लेती है।

 

यात्रा के लिए सुझाव

हरिहरगढ़ किला की यात्रा में अपनी सुविधा के अनुसार तैयारी करें। एक दिन की यात्रा में आवश्यकतानुसार भोजन और पानी साथ रखें। सुरक्षा उपकरण और उचित ट्रेकिंग जूते अवश्य पहनें।

 

यात्रा का सही समय

अधिकांश पर्यटक अक्टूबर से फरवरी के बीच किले की यात्रा करते हैं। इस दौरान मौसम भी सुहावना होता है। मॉनसून में यहाँ की हरियाली का दृश्य मन मोह लेता है।

 

FAQ:

 

Q: Harihar fort kya hai aur kahan sthit hai?
Ans: Harihar fort ek prachin kila hai jo Maharashtra ke Nasik jile mein sthit hai.

 

Q: Harihar fort ki trekking kitni mushkil hai?
Ans: Ye trekking bahut mushkil hai, kyunki iski chadhai kahi jagah 90-degree ki hai.

 

Q: Harihar fort par jane ka sahi samay kaunsa hai?
Ans: October se February ka samay yahaan visit ke liye sabse achha mana jata hai.

 

Q: Kya Harihar fort par khane pine ki suvidha hai?
Ans: Nirgudpada gaon mein homestay aur chhote dhabe milte hain lekin kila par suvidha nahi hai.

 

Q: Harihar fort par kya-kya dekhne ko milta hai?
Ans: Yahaan Hanumanji aur Shivji ka mandir, saaf paani ka talab aur unche pahadon ka manmohak drishya dekhne ko milta hai.

 

Q: Harihar fort par kitna samay lagta hai trekking mein?
Ans: Chadhai aur utar mein lagbhag 8-10 ghante ka samay lagta hai.

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