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Headline Chacha Kota राजस्थान का कश्मीर, बांसवाड़ा का चाचा कोटा

बांसवाड़ा का चाचा कोटा राजस्थान का एक छुपा हुआ खजाना है, जहां माही नदी के खूबसूरत द्वीप, हरी-भरी पहाड़ियां और सुकून भरा वातावरण आपका इंतजार... Read More

बांसवाड़ा का चाचा कोटा राजस्थान का एक छुपा हुआ खजाना है, जहां माही नदी के खूबसूरत द्वीप, हरी-भरी पहाड़ियां और सुकून भरा वातावरण आपका इंतजार कर रहे हैं। मानसून के दौरान इसकी सुंदरता और बढ़ जाती है।

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s b maurya Author :   S B Maurya

बांसवाड़ा का चाचा कोटा राजस्थान का एक छुपा हुआ खजाना है, जहां माही नदी के खूबसूरत द्वीप, हरी-भरी पहाड़ियां और सुकून भरा वातावरण आपका इंतजार कर रहे हैं। मानसून के दौरान इसकी सुंदरता और बढ़ जाती है।

 

जरा सोचिए... राजस्थान में क्या है आपकी कल्पना में?

राजस्थान के बारे में सोचते ही दिमाग में रेगिस्तान, किले और महलों की तस्वीरें उभरती हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि राजस्थान में ऐसी जगह भी हो सकती है जहां माही नदी की स्वच्छ धारा, हरी-भरी पहाड़ियां और सुकून से भरे छोटे-छोटे द्वीप हों?
जी हां, दक्षिण राजस्थान का बांसवाड़ा, जिसे "100 द्वीपों का शहर" कहा जाता है, ऐसी ही एक जगह है। यहां का "चाचा कोटा" उन लोगों के लिए स्वर्ग है, जो भीड़-भाड़ से दूर शांति और प्राकृतिक सुंदरता की तलाश में हैं।

 

हमारी यात्रा की शुरुआत: बांसवाड़ा से चाचा कोटा तक

बांसवाड़ा से लगभग 15 किलोमीटर दूर स्थित "चाचा कोटा" की यात्रा हमारे लिए एक अनमोल अनुभव साबित हुई। जैसे ही हमने गांव की ओर मोड़ लिया, हमें दो विशाल और प्राचीन कल्पवृक्ष नजर आए। स्थानीय लोगों के अनुसार, ये वृक्ष पवित्र हैं। हमने वहां रुककर पूजा की और फिर अपनी यात्रा जारी रखी।

कुछ ही देर में हमें रास्ते में अद्भुत दृश्य दिखने लगे। चारों ओर हरियाली, रंग-बिरंगे फूल और नदी के साथ दिखते खूबसूरत द्वीप। हमें यकीन हो गया था कि "चाचा कोटा" वास्तव में कुछ खास है।

 

प्राकृतिक सुंदरता का अद्वितीय खजाना

जब हम चाचा कोटा पहुंचे, तो हमने देखा कि यहां कोई रिसॉर्ट, होटल या सामान्य सुविधाएं भी नहीं थीं। सिर्फ कच्ची झोपड़ियां, खेती करते किसान और खेलते बच्चे। यह जगह अभी भी शहरी चकाचौंध से दूर और अपनी सादगी में लिपटी हुई है।

20-30 कदम चढ़ाई के बाद, हम पहाड़ी की चोटी पर पहुंचे। वहां से नजर आने वाला दृश्य इतना अद्भुत था कि हम कुछ देर के लिए बस उसे देखते रह गए।

 


 

"चाचा कोटा" का जादुई नज़ारा

  1. माही नदी के किनारे की ठंडी हवा
  2. छोटे-छोटे गोल आकार के द्वीप
  3. हरी-भरी पहाड़ियां
  4. पक्षियों की मधुर आवाजें

यह सब मिलकर ऐसी शांति और खुशी देते हैं, जिसे शब्दों में बयान करना मुश्किल है।

 

"चाचा कोटा" क्यों जाएं?

  • भीड़-भाड़ से दूर, प्राकृतिक सुंदरता के बीच सुकून के पल बिताने।
  • खूबसूरत नजारों का आनंद लेने और फोटोग्राफी के लिए।
  • प्रकृति के गोद में समय बिताने के लिए।

 

यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय

  • मानसून (जुलाई-सितंबर): इस समय यहां की हरियाली और निखर जाती है।
  • सर्दियां (अक्टूबर-फरवरी): ठंडी हवाएं और साफ मौसम इसे परफेक्ट बनाते हैं।

 

कैसे पहुंचे "चाचा कोटा"?

  1. हवाई मार्ग: निकटतम एयरपोर्ट उदयपुर (156 किमी)।
  2. सड़क मार्ग: जयपुर, इंदौर और अहमदाबाद से बेहतर सड़क संपर्क।
  3. रेल मार्ग: निकटतम रेलवे स्टेशन रतलाम (85 किमी)।

 

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सारांश

"चाचा कोटा" राजस्थान का ऐसा छुपा हुआ खजाना है, जहां नदियों, पहाड़ियों और द्वीपों की अद्भुत सुंदरता आपका इंतजार कर रही है। यहां की शांति और सादगी आपको वह खुशी देगी, जिसकी तलाश में आप लंबे समय से हैं।

 

तो अगली बार जब राजस्थान जाएं, तो इस स्वर्ग जैसे स्थान को अपनी यात्रा सूची में जरूर शामिल करें।

 

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