Alpha Trends / Travel नयी खोज़ / Nag Tibba Trek Uttarakhand नाग टिब्बा की रोमांचक यात्रा का अनुभव

Nag Tibba Trek Uttarakhand नाग टिब्बा की रोमांचक यात्रा का अनुभव

नाग टिब्बा, जिसे 'सर्प का शिखर' भी कहा जाता है, उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में स्थित है और यहाँ से हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियों का अद्भुत नज़ारा देखा जा सकता है। समुद्र तल से लगभग 3,022 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह शिखर एक छोटा लेकिन रोमांचक ट्रेक प्रदान करता है, जो शुरुआती और अनुभवी ट्रेकर्स के लिए समान रूप से अनुकूल है।

    Share on

surya maurya written by :   Surya Maurya

 

नाग टिब्बा की यात्रा का अनुभव

नाग टिब्बा की यात्रा के दौरान, घने जंगलों, हरे-भरे पहाड़ों और हिमालय के अद्भुत नजारों का आनंद मिलता है। यहाँ के रास्तों पर विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे और वन्यजीव देखे जा सकते हैं। ट्रेक के अंतिम चरण में, जब नाग टिब्बा की चोटी पर पहुँचते हैं, तो सामने बर्फ से ढकी चोटियों का विशाल दृश्य देखने को मिलता है, जो इस यात्रा को अविस्मरणीय बना देता है।

 

नाग टिब्बा तक पहुँचने के तरीके

  1. देहरादून से ट्रांसपोर्ट: देहरादून से नाग टिब्बा तक पहुँचने के लिए पहले मसूरी या पंतवाड़ी गाँव तक पहुँचना होता है, जहाँ से ट्रेक की शुरुआत होती है।
  2. रोड और ट्रेन द्वारा: निकटतम रेलवे स्टेशन देहरादून है, जो नाग टिब्बा से लगभग 85 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। देहरादून से पंतवाड़ी गाँव तक बस या टैक्सी से जाया जा सकता है।
  3. फ्लाइट से: निकटतम हवाई अड्डा देहरादून का जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है, जहाँ से पंतवाड़ी के लिए सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है।

 

नाग टिब्बा ट्रेक का सबसे अच्छा समय

नाग टिब्बा ट्रेक का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है। सर्दियों में, यहाँ बर्फबारी का अनुभव किया जा सकता है, जो इस ट्रेक को और भी रोमांचक बना देता है। गर्मियों में भी यहाँ का मौसम सुहावना रहता है, जो इस ट्रेक के लिए अनुकूल बनाता है।

 

नाग टिब्बा ट्रेक के मुख्य आकर्षण

  1. देवदार और बुरांश के जंगल: यहाँ के जंगलों में देवदार और बुरांश के पेड़ अद्वितीय सौंदर्य और ताजगी प्रदान करते हैं।
  2. हिमालय के दृश्य: नाग टिब्बा से बर्फ से ढकी बंदरपूंछ, स्वर्गारोहिणी और केदारनाथ जैसी चोटियाँ देखी जा सकती हैं।
  3. कैंपिंग का आनंद: यहाँ कैंपिंग का भी प्रावधान है, जो ट्रेकिंग के बाद रात में ठंडे मौसम का एक अनोखा अनुभव देता है।

 

इसे भी पढ़ें- Chacha Kota Banswara: बांसवाड़ा का शांत और सुंदर पर्यटन स्थल

 

नाग टिब्बा ट्रेक के दौरान जरूरी सावधानियाँ

  1. सही उपकरण साथ रखें: अच्छे ग्रिप वाले जूते, ट्रेकिंग स्टिक, और गर्म कपड़े साथ रखें।
  2. प्राथमिक चिकित्सा किट और जरूरी दवाइयाँ: किसी भी आकस्मिकता के लिए प्राथमिक चिकित्सा सामग्री साथ रखें।
  3. स्थानीय गाइड की मदद लें: मार्गदर्शन और सुरक्षित अनुभव के लिए स्थानीय गाइड की सहायता लेना लाभदायक रहता है।

 

नाग टिब्बा ट्रेक की विशेष गतिविधियाँ

  • फोटोग्राफी: हिमालय के अद्भुत दृश्य और हरे-भरे जंगल इस स्थान को फोटोग्राफी के लिए आदर्श बनाते हैं।
  • कैंपिंग: खुले आसमान के नीचे रात बिताने का अवसर यहाँ मिलता है, जो इस यात्रा का खास आकर्षण है।
  • स्टार गेज़िंग: रात में यहाँ से तारों का नज़ारा बेहद खूबसूरत दिखता है।

 

यात्रा के लिए सुझाव

  • शुरुआत जल्दी करें: सुबह जल्दी ट्रेक शुरू करने से पूरे दिन का समय मिलता है।
  • पानी और हल्का नाश्ता साथ रखें: यात्रा के दौरान ऊर्जा बनाए रखने के लिए हल्का खाना और पानी जरूर साथ रखें।
  • वातावरण का ध्यान रखें: स्थान की सुंदरता बनाए रखने के लिए कचरा न फैलाएं और पर्यावरण का सम्मान करें।

 

Q.1 :  Nag Tibba kaha hai?
Ans : Uttarakhand ke Garhwal region mein, Dehradun ke paas hai.

Q.1 :  Nag Tibba tak pahuchne ka best tareeka kya hai?
Ans : Dehradun se Pantwari village tak road aur phir wahan se trekking start hoti hai.

Q.1 :  Nag Tibba trek ka best samay kya hai?
Ans : October se March best samay hai, khas taur pe sardi mein snowfall ke liye.

Q.1 :  Nag Tibba trek beginner-friendly hai kya?
Ans : Haan, yeh easy to moderate trek hai jo beginners aur experienced trekkers ke liye suitable hai.

Q.1 :  Nag Tibba trek par camping allowed hai?
Ans : Haan, Pantwari aur Nag Tibba Base Camp par camping allowed hai.

    Share on

Leave a comment

0 Comments