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प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक धरोहर और अनूठे पर्यटन स्थलों से भरपूर, बाँसवाड़ा का हर कोना एक अलग कहानी कहता है।... Read More

प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक धरोहर और अनूठे पर्यटन स्थलों से भरपूर, बाँसवाड़ा का हर कोना एक अलग कहानी कहता है।

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s b maurya Author :   S B Maurya

प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक धरोहर और अनूठे पर्यटन स्थलों से भरपूर, बाँसवाड़ा का हर कोना एक अलग कहानी कहता है।

 

बाँसवाड़ा का इतिहास

बाँसवाड़ा का नाम बांस के घने जंगलों के कारण पड़ा। यह इलाका 16वीं शताब्दी में अस्तित्व में आया। यहाँ का ऐतिहासिक महत्व उस समय से है जब यह मेवाड़ राज्य के अंतर्गत था। यहाँ के राजाओं ने कई किले और मंदिर बनवाए, जो आज भी इसकी धरोहर हैं।

 

बाँसवाड़ा की प्राकृतिक सुंदरता

 

1. झीलों का शहर

बाँसवाड़ा में लगभग 80 झीलें हैं, जो इसे "झीलों का शहर" बनाती हैं। इनमें आनंद सागर और डायलाब झील प्रमुख हैं।

 

2. अरावली की पहाड़ियां

अरावली की हरी-भरी पहाड़ियां और उनमें बसा बाँसवाड़ा, प्रकृति प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग है।

 

बाँसवाड़ा के प्रमुख पर्यटन स्थल

 

1. त्रिपुरा सुंदरी मंदिर

यह प्राचीन मंदिर देवी त्रिपुरा सुंदरी को समर्पित है और धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।

 

2. कागदी पिकअप वियर

यह झील और पिकनिक स्थल बाँसवाड़ा के सबसे खूबसूरत स्थानों में से एक है।

 

3. मानगढ़ धाम

यह स्थान आदिवासी नेता गोविंद गुरु से जुड़ा है और इसका ऐतिहासिक महत्व है।

 

4. अरथूना

  • अरथूना अपने प्राचीन जैन मंदिरों और मूर्तिकला के लिए प्रसिद्ध है।
  • बाँसवाड़ा की संस्कृति और जीवनशैली
  • बाँसवाड़ा की संस्कृति में आदिवासी और राजस्थानी परंपराओं का अनूठा मिश्रण है। यहाँ भगोरिया त्योहार और गवरी नृत्य प्रसिद्ध हैं।
  • बाँसवाड़ा की खान-पान विशेषता
  • बाँसवाड़ा का भोजन शुद्ध राजस्थानी स्वाद में रचा-बसा है। दाल-बाटी-चूरमा, गट्टे की सब्जी, और बेसन की रोटियाँ यहाँ के खास व्यंजन हैं।

 

बाँसवाड़ा कैसे पहुँचे?

 

1. हवाई मार्ग

सबसे नजदीकी हवाई अड्डा उदयपुर (160 किमी) है।

 

2. रेल मार्ग

निकटतम रेलवे स्टेशन रतलाम (90 किमी) है।

 

3. सड़क मार्ग

बाँसवाड़ा अच्छे सड़क मार्ग द्वारा राजस्थान और गुजरात से जुड़ा हुआ है।

 

बाँसवाड़ा घूमने का सही समय

 

बाँसवाड़ा में घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च के बीच होता है। इस दौरान मौसम ठंडा और सुहावना रहता है।

 

सामान्य प्रश्न (FAQs)

 

Q1. बाँसवाड़ा को "सौ दीपों का शहर" क्यों कहा जाता है?

Ans: यह नाम बाँसवाड़ा में प्राचीन काल से जलाए जाने वाले दीपों के कारण पड़ा।

 

Q2. बाँसवाड़ा में कौन-कौन सी झीलें प्रसिद्ध हैं?

Ans: आनंद सागर और डायलाब झील सबसे प्रसिद्ध झीलें हैं।

 

Q3. बाँसवाड़ा में कौन से प्रमुख त्योहार मनाए जाते हैं?

Ans: भगोरिया, दीपावली, और गवरी यहाँ के प्रमुख त्योहार हैं।

 

Q4. बाँसवाड़ा में खरीदारी के लिए क्या खास है?

Ans: यहाँ बांस से बने हस्तशिल्प और पारंपरिक राजस्थानी वस्त्र उपलब्ध हैं।

 

Q5. बाँसवाड़ा के पास कौन-कौन से पर्यटन स्थल हैं?

Ans: अरथूना, मानगढ़ धाम, और त्रिपुरा सुंदरी मंदिर पास के प्रमुख स्थल हैं।

 

Q6. बाँसवाड़ा में कितने दिनों की यात्रा पर्याप्त है?

Ans: बाँसवाड़ा घूमने के लिए 2-3 दिन का समय पर्याप्त है।

 

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