Headline Crown Of Icy Storms Mount Everest
माउंट एवरेस्ट सिर्फ एक पहाड़ नहीं, बल्कि जुनून और साहस की पराकाष्ठा है। यह नेपाल और तिब्बत की सीमा पर स्थित है और दुनिया की... Read More
माउंट एवरेस्ट सिर्फ एक पहाड़ नहीं, बल्कि जुनून और साहस की पराकाष्ठा है। यह नेपाल और तिब्बत की सीमा पर स्थित है और दुनिया की सबसे ऊँची चोटी होने का गौरव प्राप्त करता है। इसकी ऊँचाई 8,848.86 मीटर है, जो इसे पर्वतारोहियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनाती है।
- Alpha Trends
- Updated : February 04, 2025 22:02 IST

माउंट एवरेस्ट सिर्फ एक पहाड़ नहीं, बल्कि जुनून और साहस की पराकाष्ठा है। यह नेपाल और तिब्बत की सीमा पर स्थित है और दुनिया की सबसे ऊँची चोटी होने का गौरव प्राप्त करता है। इसकी ऊँचाई 8,848.86 मीटर है, जो इसे पर्वतारोहियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनाती है।
एवरेस्ट का इतिहास
इस अद्भुत पर्वत को पहली बार 1953 में सर एडमंड हिलेरी और तेनजिंग नोर्गे ने फतह किया था। तब से अब तक हजारों पर्वतारोही इस बर्फीले शिखर को छूने का सपना देखते हैं, लेकिन यहाँ तक पहुँचना आसान नहीं होता।
माउंट एवरेस्ट की चुनौतियाँ
यहाँ तक पहुँचने के लिए कई बाधाओं को पार करना पड़ता है। आइए जानते हैं कुछ मुख्य चुनौतियों के बारे में—
खतरनाक ऊँचाई
ऊँचाई बढ़ने के साथ-साथ ऑक्सीजन की मात्रा घटती जाती है। 8,000 मीटर के बाद, जिसे "डेथ जोन" कहा जाता है, वहाँ सांस लेना बेहद मुश्किल हो जाता है।
हड्डियाँ जमा देने वाली ठंड
यहाँ तापमान -60°C तक गिर सकता है। इतना ठंडा वातावरण इंसान की सहनशक्ति को कड़ी परीक्षा में डाल देता है।
अचानक बदलता मौसम
एवरेस्ट का मौसम बेहद अनिश्चित होता है। मिनटों में साफ आसमान से बर्फीले तूफान आ सकते हैं, जो पर्वतारोहियों के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं।
ग्लेशियर और हिमस्खलन
यहाँ के रास्तों में विशाल ग्लेशियर और अप्रत्याशित हिमस्खलन होते रहते हैं। ये खतरे हर साल कई पर्वतारोहियों की जान ले लेते हैं।
एवरेस्ट चढ़ाई के प्रमुख रास्ते
माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई के दो मुख्य रास्ते हैं—
दक्षिणी मार्ग (नेपाल की ओर से)
नेपाल के रास्ते चढ़ाई करना अधिक लोकप्रिय है। काठमांडू से लुकला तक फ्लाइट, फिर एवरेस्ट बेस कैंप और आगे की यात्रा शुरू होती है।
उत्तरी मार्ग (तिब्बत की ओर से)
यह मार्ग कम भीड़भाड़ वाला होता है, लेकिन यहाँ चढ़ाई करना कठिन होता है।
एवरेस्ट पर चढ़ाई का खर्च और समय
समय
- एवरेस्ट पर चढ़ाई करने में लगभग 6 से 9 हफ्ते लगते हैं।
खर्च
- एवरेस्ट फतह करने का खर्च ₹30 से ₹50 लाख तक हो सकता है।
माउंट एवरेस्ट के रोमांचक तथ्य
- एवरेस्ट हर साल 4 मिमी ऊँचा हो रहा है।
- यहाँ 200 से ज्यादा पर्वतारोहियों के शव बर्फ में दफ्न हैं।
- एवरेस्ट पर सबसे तेज़ चढ़ाई का रिकॉर्ड 10 घंटे 56 मिनट का है।
- 13 साल के जॉर्डन रोमेरो सबसे कम उम्र के पर्वतारोही थे जिन्होंने एवरेस्ट फतह किया।
- एवरेस्ट पर पहली शादी 2005 में हुई थी।
एवरेस्ट पर चढ़ाई करने के लिए जरूरी चीजें
अगर आप एवरेस्ट पर चढ़ाई करना चाहते हैं, तो आपको इन चीजों की जरूरत पड़ेगी—
✔ ऊँचाई पर चलने का अनुभव
✔ मेंटल और फिजिकल फिटनेस
✔ ऑक्सीजन सिलेंडर
✔ भारी ठंड से बचने के लिए विशेष कपड़े
✔ अनुभवी गाइड
क्या एवरेस्ट पर चढ़ाई हर किसी के लिए संभव है?
अगर आपके पास सही ट्रेनिंग, अनुभव, और मजबूत हौसला है, तो हाँ! लेकिन अगर आप बिना तैयारी के यहाँ पहुँचने की सोच रहे हैं, तो यह आपकी ज़िंदगी का सबसे खतरनाक फैसला हो सकता है।
एवरेस्ट घूमने का सही समय
अगर आप एवरेस्ट के बेस कैंप तक जाना चाहते हैं या इसकी यात्रा का आनंद लेना चाहते हैं, तो—
✅ मार्च से मई (स्प्रिंग सीजन) सबसे बेहतरीन समय है।
✅ सितंबर से नवंबर भी अच्छा विकल्प है।
❌ दिसंबर से फरवरी में जाना बेहद कठिन होता है, क्योंकि तापमान बहुत कम हो जाता है।
निष्कर्ष
माउंट एवरेस्ट सिर्फ एक पहाड़ नहीं, बल्कि हिम्मत, जुनून और धैर्य का सबसे बड़ा परीक्षण है। हर साल हजारों लोग इसे छूने का सपना देखते हैं, लेकिन बहुत कम ही इसे हकीकत में बदल पाते हैं। अगर आप भी एवरेस्ट की यात्रा का सपना देख रहे हैं, तो अच्छी तैयारी और मजबूत हौसले के साथ कदम बढ़ाइए
❓ Frequently Asked Questions
Q.1. Mount Everest ki height kitni hai?
Ans: Mount Everest ki height 8,848.86 meters hai.
Q.2. Everest par chadhai karne ka cost kitna hota hai?
Ans: Is par chadhai karne ka lagbhag ₹30 se ₹50 lakh tak kharch ho sakta hai.
Q.3. Sabse pehle Mount Everest kisne fatah kiya tha?
Ans: Sir Edmund Hillary aur Tenzing Norgay ne 1953 me sabse pehle Everest fatah kiya tha.
Q.4. Everest chadhai ke liye best time kaunsa hota hai?
Ans: March se May aur September se November best time hote hain.
Q.5. Kya har koi Everest par chadh sakta hai?
Ans: Nahi, sirf wahi log jo physically aur mentally strong hain aur unke paas proper training hai.
Q.6. Everest chadhai me sabse bada danger kya hota hai?
Ans: Death Zone, oxygen ki kami, extreme cold, aur unpredictable weather sabse bade dangers hote hain.