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भारत का ऐतिहासिक खगोलीय चमत्कार, जंतर मंतर, जयपुर में स्थित एक अद्भुत वेधशाला है। इसे महाराजा सवाई जय सिंह ने बनवाया था, जिसमें विशाल ज्यामितीय... Read More

भारत का ऐतिहासिक खगोलीय चमत्कार, जंतर मंतर, जयपुर में स्थित एक अद्भुत वेधशाला है। इसे महाराजा सवाई जय सिंह ने बनवाया था, जिसमें विशाल ज्यामितीय यंत्र हैं जो समय, ग्रहों और नक्षत्रों की सटीक गणना करते हैं। यह प्राचीन भारतीय खगोल विज्ञान और गणित की उत्कृष्टता को दर्शाने वाला विश्व धरोहर स्थल है।

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s b maurya Author :   S B Maurya

भारत का ऐतिहासिक खगोलीय चमत्कार, जंतर मंतर, जयपुर में स्थित एक अद्भुत वेधशाला है। इसे महाराजा सवाई जय सिंह ने बनवाया था, जिसमें विशाल ज्यामितीय यंत्र हैं जो समय, ग्रहों और नक्षत्रों की सटीक गणना करते हैं। यह प्राचीन भारतीय खगोल विज्ञान और गणित की उत्कृष्टता को दर्शाने वाला विश्व धरोहर स्थल है।

 

जंतर मंतर समय और विज्ञान का संगम

1. परिचय

जब बात प्राचीन भारत के खगोलीय ज्ञान की आती है, तो जंतर मंतर का नाम सबसे पहले लिया जाता है। यह सिर्फ एक स्मारक नहीं बल्कि विज्ञान और ज्योतिष का अद्भुत संगम है। जयपुर के इस ऐतिहासिक स्थल को देखकर कोई भी दंग रह जाता है।

 

2. जंतर मंतर का इतिहास

  • इसे महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने 1728-1734 के बीच बनवाया था।
  • जय सिंह को खगोल विज्ञान में गहरी रुचि थी, इसलिए उन्होंने पांच जंतर मंतर बनवाए— दिल्ली, जयपुर, उज्जैन, वाराणसी और मथुरा में।
  • जयपुर का जंतर मंतर सबसे बड़ा और सबसे अच्छा संरक्षित है।

 

3. जंतर मंतर में क्या खास है?

यहाँ कई अद्भुत खगोलीय उपकरण मौजूद हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख ये हैं—

(i) सम्राट यंत्र

  • यह दुनिया की सबसे बड़ी सूर्य घड़ी (Sundial) है।
  • समय की गणना 2 सेकंड की सटीकता से कर सकता है।

 

(ii) जयप्रकाश यंत्र

  • यह आकाशीय पिंडों की स्थिति मापने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
  • इसमें दो बड़े अर्धगोल होते हैं, जिनसे खगोलीय गणना की जाती है।

 

(iii) राम यंत्र

  • इसका उपयोग ग्रहों की ऊँचाई और दिशा मापने में किया जाता है।
  • यह अन्य उपकरणों से ज्यादा विस्तृत गणना कर सकता है।

 

(iv) नाड़ी वलय यंत्र

  • इससे दिन और रात के समय की गणना की जाती है।
  • यह पृथ्वी की घूर्णन गति पर आधारित होता है।

 

4. जंतर मंतर का वैज्ञानिक महत्व

  • यह प्राचीन भारत की खगोलीय और गणितीय क्षमता को दर्शाता है।
  • यह खगोलविदों को समय, ग्रहों की स्थिति, राशियाँ और नक्षत्रों को समझने में मदद करता था।
  • आज भी वैज्ञानिक इसकी संरचनाओं का अध्ययन करते हैं।

 

5. क्या जंतर मंतर एक रहस्यमयी जगह है?

कई लोग इसे एक रहस्यमयी जगह मानते हैं, क्योंकि—

  • यह बिना किसी आधुनिक उपकरण के खगोलीय गणना करता था।
  • कुछ लोग इसे ज्योतिष और तांत्रिक साधनाओं से भी जोड़ते हैं।
  • स्थानीय लोगों का मानना है कि यहाँ की दीवारों में ऊर्जा का प्रवाह होता है।

 

6. घूमने का सही समय और टिकट जानकारी

समय

  • सुबह 9:00 बजे से शाम 4:30 बजे तक

 

टिकट

  • भारतीयों के लिए ₹50, विदेशियों के लिए ₹200

 

कैसे पहुँचें? 

  • जयपुर रेलवे स्टेशन से मात्र 5 किमी दूर स्थित है।

 

7. जयपुर यात्रा में और क्या देखें?

अगर आप जयपुर में हैं, तो जंतर मंतर के साथ इन जगहों को भी ज़रूर देखें—

  • हवा महल – हवा से बातें करने वाला महल
  • अम्बर किला – ऐतिहासिक शाही किला
  • सिटी पैलेस – जयपुर के राजाओं का भव्य निवास
  • जल महल – पानी में तैरता हुआ सुंदर महल

 

FAQ:

 

Q1: Jantar Mantar ka matlab kya hota hai?
A1: Jantar ka matlab hai 'yantra' aur Mantar ka matlab hai 'formula', yani ye ek aise yantra hai jo khagoliya gananaon ke liye use hota hai.

 

Q2: Jantar Mantar ko kisne banwaya tha?
A2: Isse Maharaja Sawai Jai Singh II ne banwaya tha jo ek mahan khagol vid bhi the.

 

Q3: Jantar Mantar me kya dekhne layak hai?
A3: Yahan aapko Samrat Yantra, Jayprakash Yantra, Ram Yantra aur Nadivalaya Yantra jaise anokhe instruments dekhne ko milenge.

 

Q4: Kya Jantar Mantar ab bhi kaam karta hai?
A4: Haan, ye ab bhi kaam karta hai aur aaj bhi isse khagoliya adhyayan me use kiya jata hai.

 

Q5: Jantar Mantar Jaipur me kaha hai?
A5: Ye Jaipur ke City Palace ke paas, hawa mahal ke nazdeek sthit hai.

 

Q6: Kya Jantar Mantar ek rahasya bhari jagah hai?
A6: Kuch log ise rahasya se jodte hain, lekin ye pure tarike se ek scientific asthan hai jo khagoliya gatividhiyon ka adhyayan karta hai.

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