Headline बैकवाटर प्रकृति की गोद में एक अद्भुत यात्रा
केरल के बैकवाटर अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता, शांत जलधाराओं और हरियाली से भरपूर परिवेश के लिए प्रसिद्ध हैं। ये लैगून, झीलें और नहरें मिलकर एक... Read More
केरल के बैकवाटर अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता, शांत जलधाराओं और हरियाली से भरपूर परिवेश के लिए प्रसिद्ध हैं। ये लैगून, झीलें और नहरें मिलकर एक अनोखा जलमार्ग बनाते हैं, जहां हाउसबोट की सवारी पर्यटकों को एक यादगार अनुभव देती है। केरल के बैकवाटर खासतौर पर अलप्पुझा, कोल्लम और कुमारकोम में देखने को मिलते हैं।
- Alpha Trends
- Updated : January 29, 2025 23:01 IST

केरल के बैकवाटर अपनी अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता, शांत जलधाराओं और हरियाली से भरपूर परिवेश के लिए प्रसिद्ध हैं। ये लैगून, झीलें और नहरें मिलकर एक अनोखा जलमार्ग बनाते हैं, जहां हाउसबोट की सवारी पर्यटकों को एक यादगार अनुभव देती है। केरल के बैकवाटर खासतौर पर अलप्पुझा, कोल्लम और कुमारकोम में देखने को मिलते हैं।
बैकवाटर का जादू क्यों है ये खास?
1. बैकवाटर क्या होते हैं?
बैकवाटर समुद्र, नदी और झीलों के मिले-जुले जलमार्ग होते हैं, जहां पानी का बहाव बेहद शांत रहता है। ये स्थान प्राकृतिक सौंदर्य, समृद्ध जैव विविधता और हाउसबोट पर्यटन के लिए जाने जाते हैं।
2. भारत में प्रमुख बैकवाटर स्थान
भारत में कई बैकवाटर डेस्टिनेशन हैं, लेकिन इनमें से कुछ बेहद मशहूर हैं:
- केरल का बैकवाटर
- अल्लेप्पी, कोट्टायम, कुमारकोम और कोचीन
- गोवा का बैकवाटर
- चपोरा नदी, मंडोवी नदी
- कर्नाटक का बैकवाटर
- उडुपी और कुंडापुरा
- आंध्र प्रदेश का बैकवाटर
- पुलिकट झील
3. हाउसबोट का अनुभव
बैकवाटर की सैर का सबसे अनोखा तरीका हाउसबोट यात्रा है। ये लकड़ी से बनी नावें आधुनिक सुख-सुविधाओं से लैस होती हैं। हाउसबोट में बैठकर आप लहरों की मधुर ध्वनि के बीच एक अलग ही दुनिया का अनुभव कर सकते हैं।
4. बैकवाटर का प्राकृतिक सौंदर्य
यहां के नारियल के पेड़, दूर तक फैले धान के खेत, बैकवाटर में तैरती मछलियां और रंग-बिरंगे पक्षी इस जगह को और भी खास बनाते हैं। बैकवाटर एक ऐसा स्थान है, जहां आकर मन को गहरी शांति मिलती है।
5. बैकवाटर में करने योग्य गतिविधियां
- हाउसबोट यात्रा
- धीमे बहते पानी में एक दिन और रात गुजारना एक यादगार अनुभव होता है।
- कयाकिंग और कैनोइंग
- छोटी नाव में बैठकर बैकवाटर की सुंदरता को करीब से देख सकते हैं।
- मछली पकड़ना
- यहां के स्थानीय लोग मछली पकड़ने में माहिर होते हैं, आप भी यह अनुभव ले सकते हैं।
- स्थानीय संस्कृति का अनुभव
- तटीय गांवों में रहकर वहां की जीवनशैली को समझ सकते हैं।
6. बैकवाटर यात्रा के लिए सही समय
अक्टूबर से मार्च का समय बैकवाटर घूमने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। इस दौरान मौसम सुहावना रहता है, जिससे नाव यात्रा का आनंद कई गुना बढ़ जाता है।
7. बैकवाटर घूमने की लागत
- हाउसबोट किराया: ₹5000 – ₹20000 (सुविधाओं के अनुसार)
- कयाकिंग और कैनोइंग: ₹500 – ₹2000 प्रति घंटा
- लोकल टूर: ₹1000 – ₹5000
8. बैकवाटर घूमने के लिए टिप्स
- हमेशा स्थानीय गाइड की सहायता लें।
- कैमरा और जरूरी सामान साथ रखें।
- सर्दियों में हल्के गर्म कपड़े साथ रखें।
- लोकल फूड का आनंद जरूर लें, खासतौर पर समुद्री भोजन।
निष्कर्ष
बैकवाटर यात्रा सिर्फ एक ट्रिप नहीं, बल्कि एक अनुभव है जो जीवनभर याद रहता है। अगर आप शहर की भीड़-भाड़ से दूर कुछ सुकून के पल बिताना चाहते हैं, तो बैकवाटर आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन है।
FAQ:
Q.1: Backwaters kya hote hain?
Ans: Backwaters shant jalmarg hote hain jo samundar aur nadiyon se jude hote hain, jahan houseboat aur nature tourism popular hai.
Q.2: India me sabse famous backwater kaunsa hai?
Ans: Kerala ka Alleppey backwater sabse famous hai, jise "Venice of the East" bhi kaha jata hai.
Q.3: Houseboat stay ka price kitna hota hai?
Ans: Houseboat ka price ₹5000 se ₹20000 tak ho sakta hai, facilities aur season ke according.
Q.4: Backwater trip ke liye best season kaunsa hai?
Ans: October se March tak ka samay best hota hai, kyunki is time weather pleasant rehta hai.
Q.5: Kya backwaters me adventure activities hoti hain?
Ans: Haan, kayaking, canoeing, fishing aur birdwatching jaise activities enjoy ki ja sakti hain.
Q.6: Backwaters par family trip ke liye safe hai?
Ans: Bilkul, yeh ek peaceful destination hai jo families aur couples dono ke liye perfect hai.